नई दिल्ली : डीडीए की नए फ्लैट्स वाली हाउसिंग स्कीम को 20 फरवरी से पहले ही लॉन्च करने की तैयारी है। डीडीए की इस स्कीम में कम से कम 10,000 फ्लैट्स होंगे, यह तय हो गया है। अब डीडीए कोशिश कर रहा है कि इन फ्लैट्स को बढ़ाकर 12 से 13 हजार तक कर दिया जाए। इसके लिए डीजेबी से अंतिम दौर की बातचीत शुरू हो गई है।
इस बार ये सभी फ्लैट्स पिछली स्कीमों से बड़े होंगे और रेडी टू मूव होंगे। जिन जगहों पर पानी के कनेक्शन मिलने में परेशानी है उन्हें डीडीए स्कीम में शामिल नहीं कर रहा है। डीडीए इस स्कीम में 21 हजार फ्लैट्स उतारने की तैयारी कर रहा था। फ्लैट्स लगभग बनकर तैयार भी हो गए हैं लेकिन डीजेबी की तरफ से इतने सारे फ्लैट्स को पानी देने में समस्या आ रही है। अभी तक 10,000 फ्लैट्स के लिए ही पानी का इंतजाम हो सका है।
इस स्कीम में एलआईजी, एचआईजी, एमआईजी और ईडब्ल्यूएस के फ्लैट्स शामिल होंगे। ये फ्लैट्स रोहिणी, द्वारका, नरेला, वसंत कुंज, जसोला, पीतमपुरा, पश्चिम विहार और सिरसपुर में तैयार हुए हैं। डीडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वसंत कुंज के फ्लैट्स में पानी की सबसे अधिक समस्या है। ऐसे में अब वसंत कुंज के फ्लैट्स को इस स्कीम में शामिल करने की संभावना काफी कम रह गई है।
जबकि द्वारका में भी करीब 30 से 40 पर्सेंट फ्लैट्स ही स्कीम में शामिल हो पाएंगे। इस स्कीम में सबसे अधिक फ्लैट्स ईडब्ल्यूएस के होंगे और यह नरेला व सिरसपुर में ही अधिक होंगे लेकिन इनकी लोकेशन पिछली स्कीम से अच्छी बताई जा रही है। साथ ही फ्लैट्स रेडी टू मूव भी होंगे। पश्चिम विहार और पीतमपुरा के फ्लैट्स के लिए डीजेबी से बातचीत चल रही है। जबकि रोहिणी और जसोला में बने फ्लैट्स स्कीम का हिस्सा होंगे।
डीडीए की यह हाउसिंग स्कीम 2018 में ही आनी थी। डीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि 10,000 फ्लैट्स की व्यवस्था तो स्कीम के लिए हो गई है, अभी कोशिश है कि इसमें और अधिक फ्लैट्स को जोड़ा जा सके ताकि लोगों को अधिक घर मिल सकें.
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